🛕 धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल
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विश्व शांति स्तूप (वैशाली)
जापानी बौद्ध संगठन निप्पोनजान म्योहो जी द्वारा निर्मित यह स्तूप शांति का प्रतीक है। यह स्थल भगवान बुद्ध से संबंधित ऐतिहासिक स्तूप के पास स्थित है। -
अशोक स्तंभ
सम्राट अशोक द्वारा स्थापित यह एकल पत्थर का बना स्तंभ आज भी उत्कृष्ट अवस्था में संरक्षित है। इसके शीर्ष पर सिंह की मूर्ति है। -
बुद्ध अवशेष स्तूप (स्तूप नंबर 1)
यह प्राचीन स्तूप भगवान बुद्ध के अवशेषों को समर्पित माना जाता है। इसकी खुदाई से 5वीं शताब्दी ई.पू. के प्रमाण मिलते हैं। -
कुंडलपुर (भगवान महावीर का जन्मस्थल)
यह जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्मस्थान माना जाता है। यह एक शांत और पवित्र तीर्थस्थल है। -
बावन पोखर मंदिर
एक प्राचीन शिव मंदिर, जो एक बड़े तालाब के किनारे स्थित है। इसकी स्थापत्य कला और धार्मिक महत्ता दर्शनीय है। -
अभिषेक पुष्करिणी (राजतिलक सरोवर)
यह पवित्र सरोवर है जहाँ लिच्छवि शासकों का अभिषेक (राजतिलक) किया जाता था। ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थान है। -
चौमुखी महादेव मंदिर
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसके शिवलिंग के चार मुख हैं, जो शिव के विभिन्न स्वरूपों का प्रतीक हैं। धार्मिक और स्थापत्य दोनों दृष्टिकोण से यह एक महत्वपूर्ण स्थल है।
🧭 पुरातात्विक और धरोहर स्थल
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वैशाली पुरातात्विक संग्रहालय
इस संग्रहालय में मौर्य और गुप्त काल की मूर्तियाँ, सिक्के, टेराकोटा वस्तुएँ और अभिलेख संग्रहित हैं। -
राजा विशाल का गढ़
इसे लिच्छवि गणराज्य की संसद माना जाता है। यह विशाल प्राचीन किला वैशाली की प्राचीन लोकतांत्रिक परंपरा का प्रतीक है।
🌳 प्राकृतिक स्थल
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गंडक नदी के तट
शांत और सुंदर नदी के तट पर सुबह-सुबह पिकनिक और पक्षी निरीक्षण के लिए यह स्थान उपयुक्त है। -
बरैला झील
यह एक बड़ी मीठे पानी की झील और पक्षी अभयारण्य है। यह जैव विविधता से भरपूर है और खासकर प्रवासी पक्षियों के आगमन के समय प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग समान है।
🎪 त्योहार एवं मेले
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वैशाली महोत्सव
यह महोत्सव भगवान महावीर के जन्मदिवस (अप्रैल माह) के अवसर पर मनाया जाता है। इसमें लोक नृत्य, पारंपरिक व्यंजन, हस्तशिल्प और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं।